बुजुर्ग पेंशनरों एवम कर्मचारियों की नाराजगी भूपेश सरकार को ले डूबी
संविदा कर्मचारी नियमिति करण का बाट जोहते रहे किंतु भूपेश बघेल वादा करके भूल गए
जगदलपुर inn24 (रविंद्र दास)बुजुर्ग पेंशनरों एवम कर्मचारियों की नाराजगी भूपेश सरकार को ले डूबी ।उधर काका नरुआ ,गरुआ,धुरुवा ,बारी में उलझ कर रह गएऔर इधर पेंशनर एवम कर्मचारी महंगाई भत्ता और राहत के लिए संघर्ष करते रहे ।
समय पर d a /d r नही देने का खामियाजा अंततः भुगतना पड़ा भूपेश सरकार को । “एक पेंशनर दस परिवार ! बदलो बदलो भूपेश सरकार !! इस नारे को बुलंद करते हुए बुजुर्ग पेंशनर सत्ता परिवर्तन करने के लिए विवश हो गए ।
उक्त बातें भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बस्तर संभाग के अध्यक्ष राम नारायण ताटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही ।
श्री ताटी ने कहा पिछले पांच सालों में बिना संघर्ष के कभी महंगाई राहत मिला ही नहीं । लंबे संघर्ष के बाद महंगाई राहत दिया भी गया तो केंद्र द्वारा देय तिथि से नही ! जिससे पेंशनरों एवम कर्मचारियों को आर्थिक नुकसानी का सामना करना पड़ा ।बुजुर्ग पेंशनरों एवम कर्मचारियों के d a / d r के रूप में दिए जाने वाले करोड़ों रुपयों की एरियर राशि को भूपेश सरकार डकार गई। जिसके कारण पेंशनरों एवम कर्मचारियों में रोष उत्पन्न हो गया ।
श्री ताटी ने कहा भूपेश सरकार ने संविदा कर्मचारियों को भी छला ! घोषणा पत्र के मुताबिक नियमितीकरण नही करके एक तरह से वादाखिलाफी की गई ।निःसंदेह इन सब बातों का असर चुनाव परिणामों पर पड़ा । जिससे सत्ता परिवर्तन हो गया ।
श्री ताटी ने अब आने वाली नई सरकार से पेंशनरों के हित में मध्यप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49 ( 6 ) को तत्काल विलोपित किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की ।
प्रेस विज्ञप्ति जारी करने वालों में आर एन ताटी, डी रामन्ना राव,अब्दुल सत्तार ,रमापति दुबे,राजेंद्र पाण्डे ,विनय भूषण पांडे ,दिनेश सिंघल ,के नागेश , एल एस नाग,किशोर जाधव ,हेमंत सिंह ठाकुर ,नीलम जग्गी ,मीता मुखर्जी ,सरोज साहू , जयमनी ठाकुर एवम राधा पामभोई शामिल हैं ।